कदम से खामोशी भरी आँखें है ख़ामोशी भरें उठे है कदम… तनहा शायर हूँ कौन है क्यू है किसलिए है बुढापा है रहा है तो कवि है कविता है प्यार क्या है-माँ है

Hindi कदम मिलाना है Poems